गुरुवार, 17 मार्च 2011

एक बार फिर लोकतंत्र की ह्त्या!

एक बार फिर लोकतंत्र की ह्त्या! विकीलीक्स का नया खुलासा मनमोहन सरकार ने न्यूक्लियर डील पर विश्वास मत प्राप्त करने के लिए सांसद खरीदे थे. घोटाले और मनमोहन सरकार एक दुसरे के पूरक बन चुके हैं. लगता है की अगर घोटाले ना हों तो सरकार चल ही नहीं पायेगी. २ जी घोटाला, कामन वैल्थ गेम घोटाला, अब एक नया घोटाला २००८ में सरकार बचाने के लिए सांसदों की खरीद. बेशर्मी की हद तो यह है की इतने सब के बाद भी ये भ्रष्ट रोज संसद को गंदा कर रहें हैं. ये आरोप है की राष्ट्रीय लोक दल के सांसदों को करोड़ों रूपयों में खरीदा गया. इस पार्टी के अध्यक्ष अजीत सिंह इन आरोपों को सिरे से ख़ारिज कर रहें हैं. लेकिन विकीलीक्स की केबल देखिये इस वाकये की पूरी तस्वीर पूरे घटनाक्रम के साथ उपलब्ध है. 
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