गुरुवार, 13 फ़रवरी 2014

प्यार और सेक्स क्या जरूरत नहीं है

कल कुछ लोग प्यार करेंगें! प्यार का इजहार करेंगें! और कुछ इन प्यार करने वालों की खिलाफत. पहली बार एक व्यापक आन्दोलन भी शुरू होगा प्यार करने वालों के लिए.. लव धर्मा नाम से एक संस्था पहली बार प्रेम और सेक्स की सर्वमान्यता पर एक आन्दोलन करने जा रही है. इस देश में प्रेम को खाप की नजरों से ही देखा जाता है लेकिन आज इस बदलते समय में तो हमको बदलना ही होगा. प्यार को परिभाषित या कहें तो स्वीकार्य बनाना ही होगा. हर इंसान के अन्दर प्रेम और सेक्स की प्रवृति होती है और ये ही कारण है की हम एक व्यापक सृष्टि को देखतें हैं. इस सच के बाद भी प्यार और सेक्स को लेकर कहीं ना कहीं एक विरोध दिखता है. आज प्यार एक कुंठा के रूप में जन्म ले रहा है, आप देख सकते हैं की दिल्ली के तमाम पार्कों में अश्लीलता की हद से भी ज्यादा काफी कुछ दिखता है. समाज की मान्यता ना मिलने के कारण ये सब काफी संक्रमित स्थिति में दिख रहा है. समाज, स्कूल, कालेज जहां इस प्यार की शुरूआत होती है वहीं इस प्यार पर पाबंदियां हैं. बजाय पाबंदी के इसे प्रोत्साहित किया जाय, प्यार करना जुर्म ना हो... प्यार के इजहार में आनर किलिंग की धमकी ना हो तो ये प्यार सही दिशा में जाएगा. प्यार के अलावा सेक्स को तो और भी गंदी मानसिकता के साथ देखा जाता है, लेकिन जो सेक्स समस्त सृष्टि का कारक है उसे लेकर इतना हल्ला क्यों? कुछ या कहें
ज्यादातर लोग जो कभी ना कभी सेक्स की क्रियाओं में लिप्त रहतें हैं उन्हें दूसरों की लिप्तता पर बैचेनी क्यों होती है. इस प्रश्न पर एक महानुभाव का सवाल था पार्कों में जो हो रहा है, दिख रहा है क्या वह सब ठीक है? उनका ये सवाल काफी अटपटा था... मैंने कहा की क्या आप इन बच्चों को घर में प्यार करने का मौक़ा देंगें तो वे उबल गये और काफी खरी-खोटी सुना निकल गये. ऐसे ही एक कृष्ण भक्त मिले जो कृष्ण की रास लीला के दीवाने थे एक दिन अपनी बिटिया को किसी लडके के साथ काफी पीते देख लिया तो आपा खो बैठे पहले बिटिया की ठुकाई और फिर लडके के घर जा उसे देख लेने की धमकी देकर आये. जब हमने उनके बारे में जाना तो पता चला की 20 साल पहले उन्होंने खुद लव मैरिज की थी. जो चीज 20 साल पहले ठीक थी आज गलत हो गयी कैसे? 

कभी भी आ सकता है केजरीवाल का इस्तीफा

अभी दे सकते हैं केजरीवाल इस्तीफा! विधान सभा के सत्र में 13 फरवरी को जनलोकपाल को लाने की घोषणा के बाद अंत में केजरीवाल ने अपनी आदत के मुताबिक़ फिर इस बात से पलट कर अपना आदर्श कायम रखा है और फिर विधानसभा में सोमनाथ भारती के इस्तीफे की मांग को लेकर भाजपा और कांग्रेस विधायकों ने काफी बबाल काटा है. सोमनाथ पर चूड़ियाँ और लिपस्टिक फेंक विरोध जताया जा रहा है. विश्वस्त सूत्रों के अनुसार केजरीवाल इस बात का फायदा उठा अपना इस्तीफा विधान सभा में ही पेश कर सकते हैं. ऐसा कर वो एक सन्देश देने में कामयाब हो सकते हैं की आज संसद और फिर विधान सभा में जो घटा उसके बाद वे इस सिस्टम से अलग होना ही पसंद करेंगे. तेलंगाना की मांग को लेकर संसद में चाकू तक निकाले जा चुके हैं. ये चाकू कैसे अन्दर पहुचें ये भी एक बड़ा प्रश्न है. क्या वास्तव में हमारी संसद में सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है ये तमाम सवाल हैं जो अब उठने चाहिए. विधान सभा से बाहर कई थिंक टैंकर इस भूमिका को तैयार करने में लगें हैं.